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{{KKShayar}}
* [[कमर बांधे हुए चलने पे यां सब यार बैठे हैं / इंशा अल्लाह खां]]
* [[झूठा निकला करार तेरा / इंशा अल्लाह खां]]
* [[ज़ोफ आता है दिल को थाम तो लो / इंशा अल्लाह खां]]
* [[अच्छा जो ख़फा हमसे हो तुम ए सनम अच्छा / इंशा अल्लाह खां]]
* [[छेड़ने का तो मज़ा तब है कहो और सुनो / इंशा अल्लाह खां]]
* [[यह जो महंत बैठे हैं / इंशा अल्लाह खां]]
* [[फुटकर शेर / इंशा अल्लाह खां]]
* [[मैंने जो कहा- हूँ मैं तेरा आशिक़े शैदा-ऐ- कानेमलाहत / इंशा अल्लाह खां]]