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--[[सदस्य:सम्यक|सम्यक]] १६:०४, २६ सितम्बर २००९ (UTC)
श्रद्धा जी! आप ने KKCatKavita से परिचित कराया इसके लिए आपका धन्यवाद। जानकर खुशी हुई कि आप विदेश में रहकर भी हिन्दी से इतनी जुड़ी हुई हैं और इसके प्रचार-प्रसार में लगी हुई हैं। सादर --[[धर्मेन्द्र कुमार सिंह]]