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नया पृष्ठ: '''रचनाकार : आरसी प्रसाद सिंह''' जीवन क्या है निर्झर है मस्ती ही इसक…
'''रचनाकार : आरसी प्रसाद सिंह'''
जीवन क्या है निर्झर है
मस्ती ही इसका पानी है
सुख दुख के दोनों तीरों से
चल रहा राह मनमानी है
जीवन क्या है निर्झर है
मस्ती ही इसका पानी है
सुख दुख के दोनों तीरों से
चल रहा राह मनमानी है