भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
"[[और मैं / जया जादवानी]]" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (indefinite) [move=sysop] (indefinite))
और मैं ऋतु पूरी गुज़ार आई
शाखें हुईं नंगी पाले मारे मौसम में
</poem>