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[[Category:ग़ज़ल]]
<poem>
करूँ न याद मगर मगर किस तरह भुलाऊँ उसे
ग़ज़ल<ref>उर्दू की एक काव्य विधा</ref> बहाना करूँ और गुनगुनाऊँ उसे