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ग़ालिब
,/* ग़ालिब की रचनाएँ */
* [[धोता हूँ जब मैं पीने को उस सीमतन के पाँव / ग़ालिब]]
* [[घर जब बना लिया है तेरे दर पर कहे बग़ैर / ग़ालिब]]
* [[रहिए अब ऐसी जगह चलकर, जहाँ कोई न हो / ग़ालिब]]
* [[कभी नेकी भी उसके जी में आ जाये है मुझसे / ग़ालिब]]
* [[जहाँ तेरा नक़्शे क़दम / ग़ालिब]]