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सैलाब / शीन काफ़ निज़ाम

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दूर से
अब बहुत नज़दीक है
नज़दीक तरनज़दीकतर
फिर वही बिलकुल वही बरसों पुरानी
घड़घड़ाहट आओ
हम सब
फिर दुआ माँगें
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