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लेखक: [[कुँअर बेचैन]]
[[Category:कविताएँ]]
[[Category:कुँअर बेचैन]]
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बंद होंठों में छुपा लो<br>
ये हँसी के फूल<br>
वर्ना रो पड़ोगे।<br><br>
हैं हवा के पास<br>
अनगिन आरियाँ<br>
कटखने तूफान की<br>
तैयारियाँ<br>
कर न देना आँधियों को<br>
रोकने की भूल<br>
वर्ना रो पड़ोगे।<br><br>
हर नदी पर<br>
अब प्रलय के खेल हैं<br>
हर लहर के ढंग भी<br>
बेमेल हैं<br>
फेंक मत देना नदी पर<br>
निज व्यथा की धूल<br>
वर्ना रो पड़ोगे।<br><br>
बंद होंठों में छुपा लो<br>
ये हँसी के फूल<br>
वर्ना रो पड़ोगे।<br><br>
[[Category:कविताएँ]]
[[Category:कुँअर बेचैन]]
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बंद होंठों में छुपा लो<br>
ये हँसी के फूल<br>
वर्ना रो पड़ोगे।<br><br>
हैं हवा के पास<br>
अनगिन आरियाँ<br>
कटखने तूफान की<br>
तैयारियाँ<br>
कर न देना आँधियों को<br>
रोकने की भूल<br>
वर्ना रो पड़ोगे।<br><br>
हर नदी पर<br>
अब प्रलय के खेल हैं<br>
हर लहर के ढंग भी<br>
बेमेल हैं<br>
फेंक मत देना नदी पर<br>
निज व्यथा की धूल<br>
वर्ना रो पड़ोगे।<br><br>
बंद होंठों में छुपा लो<br>
ये हँसी के फूल<br>
वर्ना रो पड़ोगे।<br><br>
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