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* [[आज अपने आप में क्या हो गया है आदमी / रवीन्द्र प्रभात]]
* [[बेटियाँ, बेटियाँ, बेटियाँ / रवीन्द्र प्रभात]]
* [[तुम लौट आना अपने गांव गाँव /रवीन्द्र प्रभात]]
* [[अपनी दीवानगी को गंवाना फ़िज़ूल / रवीन्द्र प्रभात]]
* [[जो शीशे का मकान रखता है / रवीन्द्र प्रभात]]