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[[Category:ग़ज़ल]]
<poem>लाखों शक्लों के मेले में तन्हा तनहा रहना मेरा काम|
भेस बदल कर देखते रहना तेज़ हवाओं का कोहराम|
एक तरफ़ आवाज़ का सूरज एक तरफ़ इक गून्गी गूँगी शाम,
एक तरफ़ जिस्मों की ख़ुश्बू एक तरफ़ इस का अन्जाम|