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[[Category:ग़ज़ल]]
<poem>धमकी में मर गया जो न बाबे-नबर्द<ref>युद्ध का अभ्यासी</ref> था
इश्क़े-नबर्द-पेशा तलबगारे-मर्द था
उड़ने से पेशतर भी मिरा रंग ज़र्द था
तालीफ़<ref>सम्पादन></ref> नुसख़ा-हाए-वफ़ा<ref>वफ़ा की किताब</ref> कर रहा था मैं
मजमूअ-ए-ख़याल<ref>विचार-समूह</ref> अभी फ़र्द-फ़र्द<ref>बिखरा हुआ</ref> था