भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
ग़ालिब
,* [[न था कुछ तो ख़ुदा था कुछ न होता तो ख़ुदा होता / ग़ालिब]]
* [[नहीं कि मुझ को क़यामत का ऐतिक़ाद नहीं / ग़ालिब]]
* [[नक़्श फ़रियादी है किस की किसकी शोख़ी-ए-तहरीर का / ग़ालिब]]
* [[नुक्ताचीं है ग़म-ए-दिल उस को सुनाये न बने / ग़ालिब]]
* [[फिर इस अन्दाज़ से बहार आई / ग़ालिब]]