भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
बस कि दुश्वार है हर काम का आसां होना / गा़लिब का नाम बदलकर बस कि दुश्वार है हर काम का आसां होना / ग़ाल
#REDIRECT [[बस कि दुश्वार है हर काम का आसां होना / ग़ालिब]]
Delete, Mover, Uploader
894
edits