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मधानियाँ ,
ओये मेरेया डाडेया रब्बा ,
किना जम्मियाँ किना ने ले जानियाँ.

हाय छोले ,
बाबुल तेरे मैहलां विचों
सत रंगिया कबूतर बोले

हाय पावे ,
बाबुल तेरे मैहलां विचों
ठंडी हवा पूरे दी आवे.

हाय फीता ,
ऐना सकेयाँ वीरान ने
डोला टोर के अगां नू कीता.

हाय फीता ,
ऐना सकियां भाबियाँ ने
डोला टोर के कच्चा दुध पीता.

हाय कलियाँ,
मावां धीयाँ मिलन लगियां
चारे कंदां चबारे दियां हलियाँ
</poem>