भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

अहमद फ़राज़

127 bytes added, 04:06, 21 जून 2010
<sort order="asc" class="ul">
* [[सिलसिले तोड़ गया वो सभी जाते-जाते / फ़राज़]]
* [[किस को गुमाँ है अबके मेरे साथ तुम भी थे / फ़राज़]]
* [[मैं तो मकतल में भी / फ़राज़]]
* [[गुज़र गए कई मौसम कई रुतें बदलीं / फ़राज़]]