भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
रचनाकार: [[भावना कुँअर]][[Category: कविताएँ]][[Category: भावना कुँअर]]
~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~
हाथ पकड़कर अनुज को अपने, जो चलना सिखलाते हैं
और हैं कुछ जो उम्र तो पाते, अनुभव न ला पाते हैं।
Anonymous user