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*[[तुम हो बहती तेज नदिया और मिट्टी का बना मैं / राजीव भरोल]]
*[[जिस शजर पर तुम हमेशा फैंकते पत्थर रहे हो / राजीव भरोल]]
*[[मैं चाहता हूँ मैं सचमुच अमीर हो जाऊँ / राजीव भरोल]]*[[वतन, गाँव, घर याद आते बहुत थे / राजीव भरोल]]*[[यहाँ मुस्कुराना बहुत लाज़मी है / राजीव भरोल]]
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