मेरे पिता मर गए
बचाते हुए हमारा घर,
हमारे गाँव, हमारा देश ।
लड़ना चाहता था
मैं भी
किन्तु हम हैं बौद्ध ।
दुनिया कहती है
हमें होना चाहिए
शान्तिमय और अहिंसक
इसलिए मैंने अपने दुश्मनों को
कर दिया है क्षमा ।
किन्तु कई बार मुझे लगता है
मैं ने अपने पिता के साथ किया है
विश्वासघात ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : अरुण चन्द्र रॉय