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शब्द / लालसिंह दिल / सत्यपाल सहगल

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शब्द तो कहे जा चुके हैं
हमसे भी बहुत पहले
हमसे भी बहुत पीछे

हमारी हर ज़ुबान
बेशक
हो सके तो काट लेना

पर
शब्द तो कहे जा चुके हैं।