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शून्य-4 / प्रदीप जिलवाने
Kavita Kosh से
शून्य है तो क्या
शून्य की कोई परिभाषा नहीं हो सकती।
शून्य है तो क्या
शून्य किसी भाषा में दर्ज नहीं हो सकता।
शून्य है तो क्या
शून्य इतिहास का हिस्सा नहीं हो सकता।
शून्य है तो क्या
शून्य सिर्फ शून्य ही रहेगा अंत तक।