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सब रंग पटिया समटू सुहबे / मैथिली लोकगीत

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मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

सब रंग पटिया समटू सुहबे
दुलहा सँ ओछबाउ हे
पटिया ओछयबामे जसमस करता
मारब चाट घुमाय हे
टेढ़-टूढ़ जुनि पटिया ओछाएब
रूसि रहती सुकुमारि हे
हँसी खुशी पटिया ओछाएब
हँसती सिया सुकुमारि हे