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समय / आशा राजकुमार
Kavita Kosh से
हवा उड़ा ले गई हाल-चाल भी
हमार आवाज और हमके लेले जाई है
फूँक से ओकर लड़कन बढ़े
ऐसने होवे है बहुत जमाना से।
और अब्बे तलक हम लोग के आदत ना पड़ल।