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समय और आदमी / केदारनाथ अग्रवाल
Kavita Kosh से
समय ने
खो दिया
आदमी का
नाम और पता
न
तार दे सका
न खत
कि
जाए
उसको बचाए
खतम होने से पहले
रचनाकाल: २१-११-१९७२