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सवदेसी अपणाओ रै बेली / शिवराज भारतीय
Kavita Kosh से
मातभोम रा हेताळू बण
सवदेसी अपणाओं रे बैली
देस रो भाग जगाओ रे बैली।
परदेसी कम्पनियां रो
बढ़ै देस पर भार रे
लेय मुनाफो झोळी भरल्यै
करै देस कंगाल रै
चरखा-करघा रोवै-सिसकै
अब कुण करै संभाळ रै बेली।
ईस्ट इंडिया एक कम्पनी
करयो देस बरबाद रे
अब दे हजारूं कम्पनीयां री
क्यूं पाळो अळबाद रे
हाथ में लेय तराजू आवै
निजर राज पर राखै रै बेली।
सवदेसी अपणाओं रै बेली
देस रो भाग जगाओ रे बैली