भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
सहगान / विष्णुचन्द्र शर्मा
Kavita Kosh से
नाचो
केले के कुल के जन
नाचो
चीड़ के घने वन-जन ।
मुझे ढाल से
हाथ थाम कर
ऊँचे
लाओ !
रचनाकाल : 1979