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से / प्रिया वर्मा
Kavita Kosh से
वृक्ष से पत्ते गिरते हैं
वृक्षात् पत्राणि पतन्ति
से यानी अपादान कारक
मानी
पञ्चमी विभक्ति एकवचन
कोष्ठक में
अलग होने के अर्थ में
पत्ते गिरते रहेंगे
व्याकरण में
पतझड़ का मौसम हमेशा रहेगा
अलग होना समझाने के लिए