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सोने की कलम / सुदर्शन वशिष्ठ

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राजा ने भेजी
चाँदी की कलम
उसने कहा
करते रहो करम
राजा ने भेजी
सोने की कलम
उसने लिखा
तुम हो बलम
राजा ने भेजा
चाँदी का थाल
उसने लिखा
राजा का ऊँचा भाल
राजा ने भेजा
सोने का गिलास
उसने लिखा
विकास ही विकास।