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सो गया घोड़ा खड़े-खड़े / मेराज रज़ा
Kavita Kosh से
नीचे सड़क, ऊपर पहाड़ी,
सड़क पर चली घोड़ा गाड़ी!
आगे गाड़ी, पीछे गाड़ी,
जाम हुआ अगाड़ी-पिछाड़ी!
पीं पो, पीं पो, चिल्लम चो,
धक्का-मुक्की, पिल्लम पो!
क्या हुआ भाई अरे, अरे,
सो गया घोड़ा खड़े-खड़े!