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स्पर्श / रंजना जायसवाल
Kavita Kosh से
सेमल की कलियाँ वैसे तो साँवली हैं
पर सूर्य के परस से
वैसे ही लाल हो जाती हैं
जैसे सूखी-साँवली लड़कियाँ
ससुराल जाकर
गुलाब हो जाती हैं