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हद से गुज़र जायेंगे हम / अर्चना पंडा
Kavita Kosh से
बस तुम्हारा नाम ले हद से गुज़र जायेंगे हम
इश्क के किस्से सुनायेंगे जिधर जायेंगे हम
प्यार की टेढ़ी सडक पर कौन सीधे चल सका,
मुश्किलें होंगी मगर उस राह पर जायेंगे हम
इस जहाँ में बस तुम्हीं से हाँ तुम्हीं से इश्क है,
तुमको पाने के लिये क्यों दर-ब-दर जायेंगे हम
जब तुम्हारे हाथ हमने सौंप दी है ज़िन्दगी,
मौत भी चाहोगे तो पल भर में मर जायेंगे हम
हम तुम्हारी चाहतों से फूल बनकर खिल गये,
गर मिटें तो खुशबुआों से जग को भर जायेंगे हम