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हम / चेन्जेराई होव / राजेश चन्द्र
Kavita Kosh से
केवल हम ही नहीं थे
पीछे छूट जाने वालों में,
अंज़ीर का पेड़ भी खड़ा था
हमारे साथ ही ।
केवल हम ही नहीं थे
पीछे छूट जाने वालों में
जब तक कि आसमान
इनकार करता रहा था
हमें वीज़ा देने में ।
शुभ रात्रि, प्रिये !
हम इन्तज़ार करेंगे यों ही
किसी और फूल के खिलने तक ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : राजेश चन्द्र
अब यही कविता मूल अँग्रेज़ी में पढ़िए
Chenjerai Hove
WE
we were not
the only ones left;
the fig-tree stood by us.
we were not
the only ones left
until the sky refused us
a visa.
sweet dreams, dear
as we wait
for another flower to bloom.