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हो बरसाणे वाली कदम्ब नीचे आइयो री / हरियाणवी
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हरियाणवी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
हो बरसाणे वाली कदम्ब नीचे आइयो री
सद नूणी मक्खन की लाइयो री
तू अपने हाथ खिलाइयो री
हो बरसाने वाली कदम्ब नीचे आइयो री
जो तेरी द्यौर-जिठाणी लड़ैगी
एक की लाख सुणाइयो री
जो तेरा बाला कन्थ लड़ैगा
तू हम से परीत लगाइयो री
चन्द्र सखी भज बाल किरसन छवि
तू हर के चरण चित लाइयो री
हो बरसाणे वाली कदम्ब नीचे आइयो री