भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

शोध / सिनान अन्तून

Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 15:33, 12 अगस्त 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= सिनान अन्तून |अनुवादक=मनोज पटेल |...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

समुन्दर
एक शब्दकोश है नीलिमा का
जिसे बहुत लगन से
पढ़ा करता है सूरज।

तुम्हारी देह भी
शब्दकोश है
मेरी चाहतों का,

जिसके
पहले अक्षर में ही
बीत जानी है ज़िन्दगी।

(बेरूत - अप्रैल 2003)

अँग्रेज़ी से अनुवाद : मनोज पटेल