भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"अक्षर अनन्य" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ)
पंक्ति 6: पंक्ति 6:
 
|जन्म=1653 (संवत 1710)
 
|जन्म=1653 (संवत 1710)
 
|जन्मस्थान=सेनुहरा, दतिया, मध्यप्रदेश, भारत
 
|जन्मस्थान=सेनुहरा, दतिया, मध्यप्रदेश, भारत
|मृत्यु=
+
|मृत्यु=1743 ( संवत1800)
 
|कृतियाँ=प्रेमदीपिका, राजयोग, विज्ञानयोग, ध्यानयोग, सिद्धान्तबोध, विवेकदीपिका, ब्रह्मज्ञान, अनन्य प्रकाश आदि अनेक काव्य-ग्रन्थ।
 
|कृतियाँ=प्रेमदीपिका, राजयोग, विज्ञानयोग, ध्यानयोग, सिद्धान्तबोध, विवेकदीपिका, ब्रह्मज्ञान, अनन्य प्रकाश आदि अनेक काव्य-ग्रन्थ।
 
|विविध=शुरू में दतिया के राजा पृथ्वीचन्द के दीवान रहे। बाद में विरक्त होकर पन्ना में रहने लगे। वेदान्त के अच्छे ज्ञाता थे। प्रसिद्ध छत्रपाल इन्हीं के शिष्य थे। इन्होंने योग और वेदान्त पर कई ग्रन्थ लिखे।
 
|विविध=शुरू में दतिया के राजा पृथ्वीचन्द के दीवान रहे। बाद में विरक्त होकर पन्ना में रहने लगे। वेदान्त के अच्छे ज्ञाता थे। प्रसिद्ध छत्रपाल इन्हीं के शिष्य थे। इन्होंने योग और वेदान्त पर कई ग्रन्थ लिखे।

18:08, 26 अगस्त 2019 का अवतरण

अक्षर अनन्य
Photo-not-available-cam-kavitakosh.png
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें

जन्म 1653 (संवत 1710)
निधन 1743 ( संवत1800)
उपनाम
जन्म स्थान सेनुहरा, दतिया, मध्यप्रदेश, भारत
कुछ प्रमुख कृतियाँ
प्रेमदीपिका, राजयोग, विज्ञानयोग, ध्यानयोग, सिद्धान्तबोध, विवेकदीपिका, ब्रह्मज्ञान, अनन्य प्रकाश आदि अनेक काव्य-ग्रन्थ।
विविध
शुरू में दतिया के राजा पृथ्वीचन्द के दीवान रहे। बाद में विरक्त होकर पन्ना में रहने लगे। वेदान्त के अच्छे ज्ञाता थे। प्रसिद्ध छत्रपाल इन्हीं के शिष्य थे। इन्होंने योग और वेदान्त पर कई ग्रन्थ लिखे।
जीवन परिचय
अक्षर अनन्य / परिचय
कविता कोश पता
www.kavitakosh.org/

कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ