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Kavita Kosh से
गर जवानी खू़ब है तो सादगी भी खू़ब है
इससे ज़्यादा अपने बारे में कहूँ मैं कहें हम और क्या
दिल भी है दरिया हमारा, बेबसी भी खू़ब है
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