भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

अन-धन सोनमा अहाँ हमरो के देलहुँ / मैथिली लोकगीत

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

अन-धन सोनमा अहाँ हमरो के देलहुँ
यो अहाँ ब्राह्मण बाबू
पुत्र बिनु लगइए उदास, यो अहाँ ब्राह्मण बाबू
जौं तोरा आहे सेवक पुत्र फल देब
हमरो के कीये देब दान, यो अहाँ ब्राह्मण बाबू
गाम के पछिम हम पीड़िया बनायब
कोस भरि छीलब चौपाड़ि,यो अहाँ ब्राह्मण बाबू