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"अपील / आलोक श्रीवास्तव-१" के अवतरणों में अंतर

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पहचानो और पकड़ो उनको
 
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चहरों पर
 
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जो रोज़ नक़ाबें बदल रहे हैं
 
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पहचानो और पकड़ो उनको
 
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भॊली सूरत
 
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प्यारी सूरत
 
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साँवली सूरत
 
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गोरी सूरत
 
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जिनको सूरत समझ रहे हो
 
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सिर्फ़ मुखौटे हैं वो ख़ालिस!
 
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जिनके पीछे
 
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ख़ुदग़र्जी और चालाकी का
 
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एक बहुत भद्दा चहरा है
 
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पहचानो और पकड़ो उनको
 
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नोंचो उसको।
 
नोंचो उसको।
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01:04, 10 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

पहचानो और पकड़ो उनको
चहरों पर
जो रोज़ नक़ाबें बदल रहे हैं
पहचानो और पकड़ो उनको
भॊली सूरत
प्यारी सूरत
साँवली सूरत
गोरी सूरत
जिनको सूरत समझ रहे हो
सिर्फ़ मुखौटे हैं वो ख़ालिस!
जिनके पीछे
ख़ुदग़र्जी और चालाकी का
एक बहुत भद्दा चहरा है
पहचानो और पकड़ो उनको
नोंचो उसको।