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"अमृता प्रीतम के लिए... / राहुल झा" के अवतरणों में अंतर

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वह अकेली थी
 
वह अकेली थी

14:00, 26 दिसम्बर 2009 के समय का अवतरण

वह अकेली थी
और अनंत थी...

वह तो अपने ही अंधेरे में
चिराग़-सी जल रही थी।