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मैं एक पुरुष हूँ आख़िर
 
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03:54, 2 जनवरी 2011 का अवतरण

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मैं नाव के पीछे खड़ा हूँ
और देख रहा हूँ
मैं पानी में कूद नहीं सकता
दुनिया बेहद ख़ूबसूरत है
मैं एक पुरुष हूँ आख़िर
मैं रो नहीं सकता

अँग्रेज़ी से अनुवाद : अनिल जनविजय