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अल्मिया / फ़राज़

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'''अल्मिया<ref>त्रासदी</ref>'''
किस तमन्ना <ref>कामना,दिल की गहराइयों से</ref>से ये चाहा था कि इक रोज़ तुझे
साथ अपने लिए उस शहर को जाऊँगा जिसे
मुझको छोड़े हुए,भूले हुए इक उम्र<ref>लंबा समय</ref>हुई