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आओ माँ / दिनेश श्रीवास्तव

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आओ माँ.
आओ.
उबारो हमें
इन कायरों के महिष दल से.
आओ माँ,
आओ.
भस्म कर दो
बहुओं और अजन्मी बेटियों के
घातकों की
इस दुनिया को.
माँ.
साथ लाना श्यामा को
भ्रष्टाचारी रक्तबीज के लिए
दारिद्र्य के व्यापारियों के लिए
लाचारी के खरीदारों के लिए.
आओ माँ
आओ.
इससे पहले कि
आकंठ पाप में डूबी
यह दुनिया
क्षुधार्तों की हाय में
डूबे,
अभिमानियों की लगाई
आग में जले,
आओ माँ,
अपने पावन तेज से
हमें शाप मुक्त कर दो.
पाप-पंक में आकंठ फँसी
इस धरा-धेनु को
बचा लो माँ.
आओ माँ,
आओ.