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"आकांक्षा / रंजना जायसवाल" के अवतरणों में अंतर

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स्त्री
 
स्त्री
 
निचोड़ देती है
 
निचोड़ देती है
बूँद  
+
बूँद-बूँद रक्त  
- बूँद रक्त  
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फिर भी  
 
फिर भी  

19:37, 24 जनवरी 2010 के समय का अवतरण

स्त्री
निचोड़ देती है
बूँद-बूँद रक्त

फिर भी
हरे नहीं होते
उसके सपने।