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"आज, अभी इस क्षण / अनिल जनविजय" के अवतरणों में अंतर

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आज, अभी इस क्षण
 
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बहुत उदास है मन
 
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जैसे हृदय पर कोई
 
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मार रहा हो घन
 
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कहाँ गई वो रूपा
 
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दुनिया में जीवन
 
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20:51, 26 नवम्बर 2009 का अवतरण


आज, अभी इस क्षण
बहुत उदास है मन

जैसे हृदय पर कोई
मार रहा हो घन

कहाँ गई वो रूपा
जिसका नाम गगन

छूट गया सब पीछे
हार गया हूँ रण

पर अब भी बाक़ी है
दुनिया में जीवन


1998