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"आज नयन के बँगले में / माखनलाल चतुर्वेदी" के अवतरणों में अंतर

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आज नयन के बँगले में
 
आज नयन के बँगले में

01:53, 6 अक्टूबर 2009 का अवतरण

आज नयन के बँगले में
संकेत पाहुने आये री सखि!

जी से उठे
और बेसुधी-
के बन घूमें
युगल-पलक
ले चितवन मीठी,
पथ-पद-चिह्न
चूम, पथ भूले!
दीठ डोरियों पर
माधव को

बार-बार मनुहार थकी मैं
पुतली पर बढ़ता-सा यौवन
ज्वार लुटा न निहार सकी मैं !
दोनों कारागृह पुतली के
सावन की झर लाये री सखि!

आज नयन के बँगले में
संकेत पाहुने आये री सखि !