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"आने वाले दिनों में क्या होगा.. / श्रद्धा जैन" के अवतरणों में अंतर

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छो (कल है क्या होगा / श्रद्धा जैन का नाम बदलकर कुर्बतें या कि फासला होगा / श्रद्धा जैन कर दिया गया है)
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आने वाले दिनों में क्या होगा
 
आने वाले दिनों में क्या होगा
कुर्बतें या कि फासला होगा  
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देख लेंगे, जो हौसला होगा
  
आज रोता है वो तो रोने दो
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आज जी भर के उसको रोने दो
आज वो  खुद से मिल गया होगा
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खुद से मिलना था मिल लिया होगा
 
   
 
   
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फूल में ताज़गी ग़ज़ब की है
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जल्द ही शाख़ से जुदा होगा
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जिंदगी तू जो हार जायेगी
 
जिंदगी तू जो हार जायेगी
 
मौत को इससे हौसला होगा
 
मौत को इससे हौसला होगा
  
फूल की ताज़गी को देख कहा 
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सबको दुश्मन बना लिया मैंने
जल्द ही शाख़ से जुदा होगा
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कोई मुझसा भी सिरफिरा होगा
 
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कोई तो हमख़्याल होगा यहाँ
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कोई तो मुझ सा सिरफिरा होगा  
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07:17, 18 जून 2012 का अवतरण

आने वाले दिनों में क्या होगा
देख लेंगे, जो हौसला होगा

आज जी भर के उसको रोने दो
खुद से मिलना था मिल लिया होगा
 
फूल में ताज़गी ग़ज़ब की है
जल्द ही शाख़ से जुदा होगा

जिंदगी तू जो हार जायेगी
मौत को इससे हौसला होगा

सबको दुश्मन बना लिया मैंने
कोई मुझसा भी सिरफिरा होगा