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आने वाले दिनों में क्या होगा.. / श्रद्धा जैन

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आने वाले दिनों में क्या होगा
देख लेंगे, जो हौसला होगा

आज जी भर के उसको रोने दो
खुद से मिलना था मिल लिया होगा
 
फूल में ताज़गी ग़ज़ब की है
जल्द ही शाख़ से जुदा होगा

जिंदगी तू जो हार जायेगी
मौत को इससे हौसला होगा

सबको दुश्मन बना लिया मैंने
कोई मुझसा भी सिरफिरा होगा