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आ गई सर पर कज़ा लो सारा सामाँ रह गया / भारतेंदु हरिश्चंद्र
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आ गई सर पर कज़ा लो सारा सामाँ रह गया।
ऐ फ़लक क्या-क्या हमारे दिल में अरमाँ रह गया।।