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इकराम राजस्थानी / परिचय

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लोकमान की उपाधि से विभूषित इकराम राजस्थानी का नाम समस्त देश में जाना जाता पहचाना है। लोकगीतों के जादूगर हैं वो, चू़डी चढ़े लोकप्रिय गीतकार हैं। राजस्थानी गीतों के रिकार्डस और कैसट्स से लेकर फ़िल्मों के रूपहले पर्दे तक उनकी धूम है। इकराम राजस्थानी वो सौभाग्यशाली साहित्यकार हैं जिनके गीत उनके जीवन काल में ही लोक जीवन की धरोहर बन गए हैं। ईंजन की सीटी में म्हारो मन डोले, पल्लो लटकै और जीजा जोबनियो जलेबी भरी रसकी जैसे सार्थक और लोकप्रिय गीतों के रचयिता इकराम राजस्थानी अध्यात्म जगत् में भी अपनी गहरी पैठ रखते हैं और संसार में प्रथम बार पवित्र कुरान शरीफ़ को पद्यात्मक भावानुवाद प्रकाश पथ के रूप में प्रस्तुत करने का गौरव उन्हें प्राप्त है। हिन्दी साहित्य में भी उनका अपना एक स्थान है। वे सभी विधाओं में लिखते हैं और राष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित और प्रसारित होते हैं।

स्थाई पता- सुकून, डी-36, संजयनगर, हाउसिंग बोर्ड, शास्त्रीनगर, जयपुर-302016
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