भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"इसी चमन में चलें जश्ने याद-ए-यार करें / मख़दूम मोहिउद्दीन" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मख़दूम मोहिउद्दीन |संग्रह=बिसात-ए-रक़्स / मख़दू…) |
(कोई अंतर नहीं)
|
21:21, 14 फ़रवरी 2011 का अवतरण
इसी चमन में चलें जश्ने याद-ए यार करें
दिलों को चाक गरेबाँ को तार-तार करें
शमीम-ए पैरहन-ए यार<ref>उत्सव के समय पहने जाने वाले प्रेमिका के कपड़े</ref> क्या निसार करें
तुझी को दिल से लगा लें तुझी को प्यार करें
सुनाती फिरती हैं आँखें कहानियाँ क्या-क्या
अब और क्या कहें किस-किस को सोगवार<ref>दुखी</ref> करें
उठो के फुरसते दीवानगी ग़नीमत है
क़फ़स<ref>पिंजड़ा</ref> को ले के उड़े गुल को हमकिनार<ref>आलिंगन</ref> करें
कमाने अबरुए खूबाँ<ref>भौहों की कमान की ख़ूबी</ref> का बाँकपन है ग़ज़ल
तमाम रात ग़ज़ल गाएँ दीदे यार करें
शब्दार्थ
<references/>