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"इस सभ्यता के पास अनुकूल तर्क है! / संध्या गुप्ता" के अवतरणों में अंतर
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यह बहुत चालाक सभ्यता है | यह बहुत चालाक सभ्यता है |
20:24, 22 सितम्बर 2009 के समय का अवतरण
यह बहुत चालाक सभ्यता है
यहाँ चिड़ियों को दाने डाले जाते हैं
और चिड़ियों को मारने के लिये बंदूकें भी बनती हैं
यहाँ बलत्कृत स्त्री
अदालत में पुनः एक बार कपड़े उतारती है
इस सभ्यता के पास
स्त्री को कोख में ही मार देने की पूरी गारंटी है
यहाँ पहली बरसात में
वर्षों की प्रतीक्षा से बनी गाँव की ओर
जाने वाली सड़क बह जाती है
सबसे बड़ी बात है...
इस सभ्यता के पास अनुकूल तर्क है!